कौन हो तुम
लफ्ज़ कम पद गए बया करने को ,
जब आँखो में उनकी याद आगई ,
दिल रूठ गया खुदसे,जब यादों में वो बात आगई,
बस ज़िन्दगी से एक ख्वाइश सी होगयी,
की दिल को बस तू चाइये,
और बस देखते ही देखते फिर वो मेरा साथ आगई।
लफ्ज़ कम पद गए बया करने को ,
जब आँखो में उनकी याद आगई ,
दिल रूठ गया खुदसे,जब यादों में वो बात आगई,
बस ज़िन्दगी से एक ख्वाइश सी होगयी,
की दिल को बस तू चाइये,
और बस देखते ही देखते फिर वो मेरा साथ आगई।
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