ये वक़्त बदल गया
एक राह चुनी थी मगर ,वो रास्ता बदल गया ,
हम पास थे उनके,पर किनारा बदल गया ,
ख्वाइश उनकी भी थी,नुमाइश हमारी भी,
पर देखते ही देखते ,नज़ारा बदल गया,
हम इंतज़ार में थे उनके,वो बेक़रार भी थे,
पर किस्मत से हमारा इश्तेहार बदल गया ,
ढूंढ़ते कहा हम उस भीड़ में उनको,
उन् हज़ारो में वो धुंदला चहेरा कही बार बदल गया ,
ये नज़रे टिकाये हम कहा तक पहुंचते ,
उन् राहो में कही अपना आसरा बदल गया ,
वक़्त तो आज भी उनकी तलाश में है,
पर देखते देखते दिल में एक इंसान बदल गया।
निशित लोढ़ा
एक राह चुनी थी मगर ,वो रास्ता बदल गया ,
हम पास थे उनके,पर किनारा बदल गया ,
ख्वाइश उनकी भी थी,नुमाइश हमारी भी,
पर देखते ही देखते ,नज़ारा बदल गया,
हम इंतज़ार में थे उनके,वो बेक़रार भी थे,
पर किस्मत से हमारा इश्तेहार बदल गया ,
ढूंढ़ते कहा हम उस भीड़ में उनको,
उन् हज़ारो में वो धुंदला चहेरा कही बार बदल गया ,
ये नज़रे टिकाये हम कहा तक पहुंचते ,
उन् राहो में कही अपना आसरा बदल गया ,
वक़्त तो आज भी उनकी तलाश में है,
पर देखते देखते दिल में एक इंसान बदल गया।
निशित लोढ़ा