KAVI SHAYAR (Nishit Lodha)
ये शब्दों के सौदागर
Monday, 30 March 2020
लफ्ज़ -ऐ-निश १
लफ्ज़ -ऐ-निश १
मेरे अल्फ़ाज़ न निकल सके,
इतनी उनसे जज़्बातो के बाद ,
हम अजनबी ही रहे अब भी ,
इतनी मुलाकातों के बाद.
निशित लोढ़ा
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