Thursday, 23 May 2019

फिर एक बार रोक लो ना

फिर एक बार रोक लो ना,
चलते कदम थम जाते है,
जब वो मुस्कुराते है,
बेवजह शरमाने वाले ,
फिर हमें रोक लो ना,

वो ख्वाबो में जो आते है,
वो मंद-मंद मुस्कुराते है,
वो पायल की झंकार से,
बेवजह ही सही,अब हमें रोक लो ना,

वो चलते हुए चले जाना,
वो तेरे पीछे मेरा आना,
वो कदमो का थम जाना,
अरे कोई उन्हें रोक लो ना,

वो लबो पे तेरे नाम आना,
वो लफ़्ज़ों में गुनगुनाना,
तुझे देख बस सहेम जाना,
तेरे जाने पर फिर तेरे पीछे आना,
कोई तो हमे रोक लो ना,

शहर से दूर होगये, 
हम मजबूर होगये,
वो जा चुके है जो अब,
मन कहता है,
फिर एक दफा रोक लो ना।

निश

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