KAVI SHAYAR (Nishit Lodha)
ये शब्दों के सौदागर
Thursday, 9 May 2019
नहीं आता
नहीं आता
मोहबत को पेसो से तोलना नहीं आता ,
इश्क़ को लफ्ज़ो से बोलना नहीं आता ,
लिख देता हु अक्सर शायरी में ,
पर अब प्यार में दिल खोलना नहीं आता।
1 comment:
Divu
13 May 2019 at 11:17
❤️❤️❤️
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