KAVI SHAYAR (Nishit Lodha)
ये शब्दों के सौदागर
Saturday, 2 January 2016
मुस्कान
मुस्कान
हर ख़ुशी में छुपी एक नयी बात आती है ,
हर रात किसी की बहुत याद आती है,
बस उस मुस्कराहट का मुझसे नाम न पूछना ,
क्यूंकि उनकी याद में ही मुस्कान आती है.
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment