Monday 19 November 2018

दास्तान

कुछ शब्दों में कहूँ तो कहानी ,
कुछ लफ़्ज़ों में कहूँ तो अलफ़ाज़
और कुछ पल में कहूँ तो बस एहसास,
बस यही दास्तान है।।

Monday 6 August 2018

दोस्ती के नग्मे

दोस्ती के नग्मे 

खिले  गुलाब की दोस्ती ,
 मेरे यार मुझे सताते है ,
मेरी यारी है बस तुमसे ,
 साले दिल चुरा लेजाते है।


खिले गुलशन से दोस्ती ,
मेरे यार मुझे सताते है ,
में रहु या न रहु  ,
वो याद बहुत आते है.

एक दिल चुरा ले गए ,
मेरे दोस्त की बात अलग है
वो हो जा कही ,
हमारी यारी की सौगात अलग है।



happy friendship day