कीमत
किस बात कि कीमत लगाते हो,
एक आशिक को क्यों आज़माते हो,
फितूर देखा कभी उसकी मोहबत का,
वो तड़प ,उस दर्द में रुलाते हो,
न आंसू देखे चहेरे पे,न देखे दुख दर्द कही,
एक याद है जो सपनो जैसी,वो याद क्यों दे जाते हो,
कहे दो की नही इश्क़ हमसे,
न हुआ कभी प्यार है, क्यों आंसू छलकते देखा हमने,
क्यों दर्द ऐसा दे जाते हो,
माना कि नही शायर है हम,
पर कोई कहानी ही लिख देते है,
एक बात याद आती है, कि हर रात तुम सपने में आते हो।
निश
किस बात कि कीमत लगाते हो,
एक आशिक को क्यों आज़माते हो,
फितूर देखा कभी उसकी मोहबत का,
वो तड़प ,उस दर्द में रुलाते हो,
न आंसू देखे चहेरे पे,न देखे दुख दर्द कही,
एक याद है जो सपनो जैसी,वो याद क्यों दे जाते हो,
कहे दो की नही इश्क़ हमसे,
न हुआ कभी प्यार है, क्यों आंसू छलकते देखा हमने,
क्यों दर्द ऐसा दे जाते हो,
माना कि नही शायर है हम,
पर कोई कहानी ही लिख देते है,
एक बात याद आती है, कि हर रात तुम सपने में आते हो।
निश
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