ज़िन्दगी
ज़िन्दगी हँस कर बीताना सीखो,
बचपन खुद का बनाना सीखो,
दुनिया खेल लगेगी उस दिन,
बस जब आप मुस्कुराना सीखो।
बचपन खुद का बनाना सीखो,
दुनिया खेल लगेगी उस दिन,
बस जब आप मुस्कुराना सीखो।
ज़िन्दगी ढूँढने निकला एक दिन,
मोहब्त मिल गयी,मुस्कराहट मिल गयी,अपने मिल गए,बस फिर क्या
वही अपनी एक खूबसूरत सी ज़िन्दगी मिल गयी।
मोहब्त मिल गयी,मुस्कराहट मिल गयी,अपने मिल गए,बस फिर क्या
वही अपनी एक खूबसूरत सी ज़िन्दगी मिल गयी।
निशित लोढ़ा
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